The Missing Tile Syndrome in Hindi

The Missing Tile Syndrome ( द मिसिंग टाइल सिंङोम)
द मिसिंग टाइल सिंङोम Psychology की एक term हैं। जो एक उदाहरण पर अाधारित है। यदि अाप किसी होल या कमरे में प्रवेश करते हैं जो बहुत खुबसुरत है। उस होल या कमरे में लगभग 1000 टाइल लगी है। यदि उस होल में लगी टाइलों में से एक टाइल Missing हैं या एक टाइल अपने स्थान से गायब हैं। तो एेसी स्थिती में अापका ध्यान उन 999 टाइलों पर नहीं जायेगा जो वहा मोजूद है लेकिन अापका ध्यान बार-बार उस जगह जायेगा जहाँ पर टाइल नही हैं। उस एक टाइल पर अापका ध्यान बार-बार जायेगा जो Missing हैं।


aapkaschool.blogspot.com
एेसा केवल अापके साथ ही नहीं होता है। एेसा सबके साथ होता हैं। इस बात पर अध्ययन किया गया है। ये सबके साथ होता है और एेसा ही मानव स्वाभाव हैं।

ये एक बहुत महत्वपूण Psychology Experiment (मानसिक अध्ययन) हैं। हमारे जीवन के अनेक क्षेत्रों मे इसका प्रत्यक्ष प्रभाव पडता है।

मेने देखा है कि हम अधिकतर उन चीजों की ओर कोई ध्यान नहीं देते जो हमारे पास मोजूद है बल्कि इसके विपरीत हम अपना सारा ध्यान उन चीजों की ओर केद्रिंत करते है जो हमारे पास नही हैं। ये हमारे जीवन में अधिकतर दुख का कारन हैं। हमें इससे बहर निकलना होगा। हमें अपनी मानसिक स्थिती को बदलना होगा। जो चीज या वस्तु हमारे पास नही है हमें उसके लिए रोने से बेहतर होगा की हम उन चीजों के लिए जो हमारे पास है हमें उन्हीं में खुश रहना चाहिए। इस बात को अपने जीवन में अपनाकर हम अपने दुख को एक सीमा तक कम कर सकते हैं।

हम अधिकतर एेसी बात या कोई चीज के लिए परेशान रहते है जिस पर हमारा काई अधिकार नही होता है। इससे हमे हमेसा हानि ही होती है।

हमें अपने नजरिये, अपनी सोच, अपनी विचारधारा पर काबू करना होगा। यदि हम अपने नजरिये, सोच ओर अपनी विचारधारा Control नही करते है और उसे Train नही करते है तो ये स्वाभाविक ही उन चीजों के लिए अाकषित होता है जो जीवन में Missing हैं। हमें अपने मन या मस्तिष्क को Train करना होगा उन चीजों के लिए अाभारी होने के लिए जो हमारे पास मोजूद हैं। यदि हम अपने मन एव या मस्तिष्त  को ये Train नही देते है तो हमारा मन स्वाभाविक ही उन चीजों की ओर अाकषित होता है जो हमारे पास मोजूद नही है।

जैसा की इस अध्ययन में हुअा है हमारा मन उन चीजों की ओर अधिक फोंकस या अाकषित होता है जो हमारे पास मोजूद नही है या जो हमारे जीवन में Missing है। इसे अाप प्रयोग के रुप में भी देख सकते। अाप किसी एेसी जगह जाये जहाँ सब कुछ ठीक है। और बस एक कमी है तो अाप देखेंगे की बार-बार अापका ध्यान उस कमी की ओर जाता हैं।

अत: हमें अपना ध्यान को थोडा सा Train करके उन चीजों पर लगाना है जो मोजूद है। सिफ एक मिसिंग टाइल जो अाज हमारे जीवन का एक मुख्य बिन्दू है वह हमेसा के लिए हमारे लिए Dominating Thoughts (हावी विचार) बन कर ना रह जाये। इसके लिए हमें अपने मन एव ध्यान पर कंटोल करने की अावशयकता है।

 यदि हमने अपने मन मस्तिष्क को कंटोल नहीं किया तो ये हमेशा एक मिसिंग टाइल की तरफ अाकषित रहेगा। इस लिए हमे अपने मन मस्तिष्क को कंटोल करना बहुत जरुरी हैं।

अपने मन मस्तिष्क को कंटोल केसे करे।
1.एक्सरसाइज, योगा या मेडिटेशन-एक्सरसाइज, योगा या मेडिटेशन दारा हम अपने मन मस्तिष्क को शांत रख सकते हैं या कंटोल कर सकते है। हमे अपनी प्रतिदिन की दिनचचॊ मे से कुछ समय एक्सरसाइज, योगा या मेडिटेशन के लिए अावशय निकालना चाहिएँ। यदि हम एेसा करते है तो हम शारीरिक एव मानसिक दोनो रुप से शक्तिशाली हो जायेगे ओर हमारा मन शांत रहेगा।

2.कृतज्ञ-जो चीज एव वस्तुएँ हमारे पास मोजूद है हमे उनके लिए ईश्र्र के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए। जिन चीजों से हमे खुशी मिलती है और जिन लोगों से हमे जीवन में थोडी भी खुशी मिलती है हमे उनके लिए कृतज्ञ रहना चाहिएँ। जो चीजें हमारे पास मोजूद नही है हमे उनके लिए रोने की बजाये उन चीजों में खुशी खोजनी चाहिए जो हमारे पास मोजूद है।

3.स्वीकार करें- जब कभी हमारे पास कोई कठिन परिस्थिति अा जाये तो हमें इसे स्वीकार करना चाहिए कि क्या ये मुश्किल हैं? स्वीकार करें की क्या ये गलत हैं? क्या यह हमारे नियंत्रण में है? क्या ये हमारे नियंत्रण से बाहर है? हमें ये सब स्वीकार करना होगा।
एक बार जब हम अात्म जागरुक हो जायेगे तो हम चीजों को सही बना सकते है या सही बनाने की योजना बना सकते है।

4.अपने अाप को एक कदम पीछे लेने के लिए मजबूर रखे- हमें अतीत में गलत हुई चीजों के बारे मे सोचना चाहिए। वे गलत चीजे क्यो हुई हम उन पर क्यो पहुचें? जब हमने उनमे सुधार किया तो हमने क्या सीखा? निश्रित रुप से, ये इस समय काफी कठिन लगेगा लेकिन यदि अाप एेसा करेगे तो अाप एक बहुत बुद्दिमान व्यक्ति बन जायेगे।

इन कुछ बातो को हम अपनें जीवन में अपनाकर हम अपने मन मस्तिष्क को शांत या कंटोल कर सकते हे और मिसिंग टाइल सिंडोम से बच सकते हैं। ये पोस्ट अापको केसी लगी हमें कोमेन्ट करके अावशय बताये ओर अपने सुझाव भी दें।

 
 

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भारत की शिक्षा प्रणाली में सुधार के तरीके- महत्वपूर्ण 14 तरीके

भारत की शिक्षा व्यवस्था की कमियां